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श्री जगतगुरु स्वामी राघवाचार्य जी



एक महान उपलब्धि

सम्पूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय, वाराणसी द्वारा आयोजित वेदांत परीक्षा में श्रीमद् जगद्गुरु श्रीस्वामी डॉ.राघवाचार्यजी को प्रथम स्थान प्राप्त करने पर स्वर्ण पदक से सम्मानित किया गया।

  • परमपूज्य श्रीमज्जगद्गुरुरामानुजाचार्य श्रीस्वामी राघवाचार्यजी महाराज , श्रीअयोध्यास्थकोसलेशसदनपीठाधीश्वर श्रीमज्जगद्गुरु श्रीस्वामी वासुदेवाचार्य महाभाग के चरणानुगत कृपापात्र, का प्रागट्य फाल्गुन शुक्ल पंचमी, विक्रमी संवत २०३३को एक सरयूपारीण ब्राह्मणकुल मेँ श्रीअयोध्या मेँ हुआ। बाल्यकाल मेँ ही आपने वेदादि शास्त्रों, व्याकरण का विधिवत अभ्यास किया।तदनन्तर गुरुवर्य श्रीविन्ध्येश्वरीपप्रसाद के सानिध्य मेँ स्वामीजी वेदाध्ययन एवं पूर्वमीमांसा मेँ निष्णात हुए। डॉ.शिवप्रसाद द्विवेदी से श्रीभाष्यादि वेदांत ग्रंथों का रसग्रहण प्राप्त किया। श्रीमहास्वामी गोपालाचार्यजी महाभाग की सन्निधि मेँ स्वामीजी मेँ भगवदराधन एवं कालक्षेप (प्रवचन) की विलक्षण शैली उत्स्फूर्त हुई। सन् २००० मेँ काशीस्थ सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय से वेदांत परीक्षा मेँ सर्वप्रथम स्थान प्राप्त कर स्वर्णपदक से सम्मानित हुए। तदनन्तर प्रो. श्रीराजदेवमिश्र के मार्गदर्शन मेँ श्री स्वामीजी ने विद्यावारिधि (पी. एच. डी. ) की पदवी प्राप्त की। आपकी योग्यता, अप्रतिम वैदुष्य ,सनातनधर्म निष्ठा एवं श्रीसम्प्रदायभक्ति से प्रभावित होकर सन् २०१० के हरिद्वार कुम्भ मेँ अखिल भारतीय श्रीवैष्णव सम्मेलन के समय अनेक धर्माचार्यों, मंहतों एवं पीठाधीश्वरों की उपस्थिति मेँ दिनांक ८ अप्रैल २०१० के पवित्रतम दिन श्री स्वामीजी को श्रीमज्जगद्गुरू रामानुजाचार्य के गरिमामय पद पर प्रतिष्ठित किया गया। सन २०१७ में काशी विद्वत परिषद द्वारा प्रशस्तिपत्र प्रदान कर स्वामीजी का सम्मान किया गया।
  • संप्रति श्री स्वामीजी अयोध्यास्थित श्रीधाममठ (श्री रामवर्णाश्रम, रामकोट, अयोध्या) सर्वराकार महंतपद पर प्रतिष्ठित होकर रामायण-महाभारतादि ग्रन्थों सुबोधगम्य, प्रवाहप्रभावयुक्त प्रवचनों द्वारा भारतीय वैदिकार्ष संस्कृति एवं वर्णाश्रम मर्यादा का प्रचार-प्रसार कर रहे हैं। संप्रति श्री स्वामीजी निम्न संस्थाओं के सर्वराकार महंत पद पर प्रतिष्ठित हैं:
    १. श्रीधाममठ रामवर्णाश्रम, रामकोट, अयोध्या.
    २. श्रीरामललासदन मंदिर, अयोध्या.
    ३. श्रीहनुमान मंदिर, रामकोट, अयोध्या.
    ४. श्रीराम-जानकी मंदिर, रामापुर घाट, कौडिया बाजार, जिला : गोंडा, (उ. प्र.)
  • अन्य संस्थाएं ,जोकि श्री स्वामीजी के सफल मार्गदर्शन मेँ संचलित हैं:
    १. श्रीरामानुज वेदविद्यालय शिक्षण क्षेत्र मेँ कार्यरत है।
    इसमें बटुक -बालकों को वेदविदयाध्ययन की सुविधा प्राप्त है।
    २. श्रीनंदनी गोशाला गोसंवर्धन के कार्य मेँ रत है।
    ३. अन्नसेवा ,अतिथि सेवा द्वारा भक्तों के निशुल्क भोजन की व्यवस्था की जाती है।
  • श्रीवैष्णवसमुदाय के सौभाग्य से श्री स्वामीजी साकेतधामस्थ श्रीरामललासदन देवस्थान दिव्यदेश के पुनर्निर्माण कार्य को संचलित कर रहे हैं।यहाँ पर श्रीसम्प्रदायानुरूप पांचारात्रागमपद्धति से भगवत्सेवा की जा सकेगी। श्री स्वामीजी डॉ. राघवाचार्यजी के संपर्क विवरण:
    श्रीरामलला सदन देवस्थान ट्रस्ट,
    रामजन्मभूमि समीप, रामकोट,
    अयोध्या.
    भ्रमणध्वनि : ९४१५३७०६५१, ९४१५१५२६२४, ९६१६७०३२०९
    इमेल : shridhammath27.ayodhya@gmail.com
हमारे समाज को सनातन धर्म की समृद्ध परंपरा और संस्कृति से परिचित होना चाहिए | लोगों को वैदिक परंपरा का अनुभव होना चाहिए और वेदों के दिखाए मार्ग पर चलना चाहिए। इस प्रकार वे अपने जीवन को शुद्ध और पूर्ण बना सकते हैं।
~ श्री जगतगुरु स्वामी डॉ.राघवाचार्य जी